मोथा घास अब जड़ से खत्म [Price, Dawa] | Motha Ghas Marne Ki Dawa Kharpatwar Dhan Herbicide

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आज के समय में किसानों की सबसे बड़ी परेशानी खेतों में उगने वाले घास और खरपतवार हो गई है जिससे किसान हर समय परेशान रहता है।

जिसमें ऐसा ही एक घास मोथा घास है जिसका वैज्ञानिक नाम cyperus rottundus है जो एक बार फसल में हो जाने पर काफी जल्दी अपनी संख्या बढ़ाती है और धीरे-धीरे पूरे खेतों में फैल जाता है तो इसका निपटारा करना बहुत जरूरी है नहीं तो Motha kharpatwar फसल को ले डूबती है।

Motha ghas सबसे ज्यादा उन खेतों में उगती है जहां 12 महीने फसल लगता है और गर्मियों में भी लगातार सिंचाई होती रहती है या खेत में हर समय नमी बनी रहती है वहीं motha weed का प्रकोप सबसे ज्यादा होता है।

मोथा खरपतवार ऐसा खरपतवार है जिसमें कई बार Herbicide भी अच्छे से काम नहीं कर पाता और कई herbicide काम तो करता है लेकिन मोथा घास को jad से खत्म नहीं कर पाता।

सिर्फ पत्तियों को ही मार पाता है तो ऐसे में एक निश्चित समाधान होना बहुत जरूरी है तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको मोथा घास को जड़ से खत्म करने की दवा और तरीका बताएंगे।

मोथा घास की जानकारी (Motha ghas ki jankari)

वैसे तो मोथा घास का औषधिय गुण बहुत ज्यादा है इसके औषधि का उपयोग लगभग सभी क्षेत्रों के उपचार में उपयोग किया जाता है ।

लेकिन Motha kharpatwar किसानों के लिए धान की फसल में सबसे बड़ी परेशानी हो गई है यह धान की फसल में एक खरपतवार के रूप में गिना जाता है जो कंद की तरह होती है और खेतों में इसके एक पौधे होने के बाद इनकी संख्या लगातार बढ़ती जाती है मोथा खरपतवार अपनी संख्या को एक से कई गुना बहुत जल्द ही बड़ा लेती है।

motha weed जड़, गांठ और पत्तियों वाला पौधा होता है जिसकी कंद की संख्या खेतों में बढ़ती जाती है.

मोथा खरपतवार नियंत्रण (Motha ghas ki dawa)

जैविक विधि द्वारा नियंत्रण (organic Motha weed control)

अगर आप के खेत में Motha kharpatwar उग गया है तो सबसे पहला काम आपको लगातार 12 महीने की फसल में खेत को कम से कम 1 महीने के लिए खाली रखना पड़ेगा।

मोथा खरपतवार के नियंत्रण के लिए गर्मियों का मौसम सबसे अच्छा और कारगर होता है जिससे हम जैविक विधि द्वारा भी नियंत्रण कर सकते हैं।

गर्मियों के मौसम में जैसे ही आपका फसल पकता है और कटाई का काम हो जाता है उसके बाद आपको खेत की अच्छी से जुताई कर देनी है इसके लिए आप पलटाउ हल का उपयोग करके गहरी जुताई कर ले जिससे घास के बीज पूरी तरह से ऊपर आ जाए.

जोताई होने के बाद आपको खेत को ऐसी खुला छोड़ देना है जिससे तपती गर्मी में मोथा खरपतवार के सारे जड़ और बीज पूरी तरह से नष्ट हो सके तो इस तरह से आप जैविक विधि द्वारा नियंत्रण कर सकते हैं।

रासायनिक विधि द्वारा नियंत्रण (Motha ghas marne ki dawa)

मोथा घास का रासायनिक विधि द्वारा नियंत्रण करने के लिए गर्मी का मौसम सबसे उपयुक्त होता है।

सबसे पहले गर्मी में आपकी जो भी फसल लगी है उसके कटाई के बाद एक-दो दिन खेत को खुला छोड़ दें।

उसके बाद एक बार अच्छे से खेत को नमी बनाने के लिए खेत में पानी का भराव कर दे और दो-तीन दिन तक खेत को अच्छे से नमी होने दे।

खेत अच्छी तरह नमी होने के बाद बाजार में एक दवाई आती है जो excel mera 71 के नाम से आता है जो एक खरपतवार नाशक दवा है जिसका Technical Glyphosate 41% है जो दूसरी कंपनी की भी आती है हमको इसका उपयोग करना है।

excel mera 71 एक नान सिलेक्टिव herbicide है जिसका रिजल्ट कुछ ही दिनों में देखने को मिलने लगता है और इसको स्प्रे के जरिए उपयोग किया जाता है।

excel mera 71 को स्प्रे करने के लिए आप जो 15 लीटर का स्प्रे पंप आता है उसका उपयोग कर सकते हैं जिसमें आपको excel mera 71 का 100ml पर पंप के हिसाब से और उसी में 200 ग्राम यूरिया भी मिला दे उसके बाद इसी में आप चिपको का भी उपयोग कर सकते हैं तो इस अनुपात में आप खेत में पूरी तरह से स्प्रे कर दें ।

इस दवाई का स्प्रे करने के बाद आप देखेंगे कि 10 से 12 दिन बाद रिजल्ट दिखना चालू हो जाएगा और एक महीने बाद मोथा घास की पत्तियां नष्ट होना चालू हो जाएगी।

और धीरे-धीरे यह दवाई सिस्टमिक तरीके से काम करते हुए 1 महीने में मोथा खरपतवार को पूरी तरह jad से खत्म कर देगी।

इस समय आपको खेत को पूरी तरह से खाली रखना है इसमें किसी भी तरह का फसल बिल्कुल नहीं लगाना है और दवाई स्प्रे करते समय आपको सावधानी जरूर बनाए रखनी है अपनी त्वचा और आंखों को इस दवा से बचाए रखें।

मोथा घास का उपयोग (Motha ghas ke fayde)

मोथा खरपतवार किसानों के लिए सिरदर्द बना हुआ है लेकिन इसका औषधिय गुण बहुत ज्यादा है इसी कारण इसका उपयोग कई आयुर्वेदिक डॉक्टरों द्वारा किया जाता है।

जिसमें से यह आंखों की बीमारी, खांसी, उल्टी रोकने, कुष्ठ रोग और बुखार मे उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है।

मोथा घास नशा को तुरंत उतारने में भी काफी कारगर सिद्ध हुआ है और इसका उपयोग ज्यादातर काढ़ा के रूप में भी किया जाता है।

तो दोस्तों यह रही मोथा घास को जड़ से खत्म करने की जानकारी अगर आपने यह विधि अपने खेतों में अपनायी है तो हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और आपके हिसाब से यह विधि कितनी कारगर साबित हुई है यह भी हमें जरूर साझा करें और अगर आपको जानकारी Motha ghas marne ki dawa पसंद आई है और आप इससे पूरी तरह से संतुष्ट है तो यह जानकारी अगले किसानों के साथ जरूर शेयर करें ।

आपका प्रेम पूर्वक धन्यवाद,

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